इस्लामाबाद। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के बीच पाकिस्तान अपने हथियारों का परीक्षण करने में व्यस्त है। बेशक पाकिस्तान की सरकार के आगे अपनी डूबती अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की बड़ी चुनौती है। लेकिन फिर भी एक-एक पैसे को मोहताज पाकिस्तान हथियारों की होड़ में जुटा हुआ है।
हाल ही में पाकिस्तानी नौसेना ने शनिवार को उत्तरी अरब सागर में पोत-रोधी मिसाइलों की एक श्रृंखला का सफल परीक्षण किया। एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। नौसेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल अर्शीद जावेद ने कहा कि मिसाइलों को सतह पर स्थित जहाजों, स्थिर और रोटरी-विंग विमानों से दागा गया
उन्होंने एक बयान में कहा कि नौसेना प्रमुख एडमिरल जफर महमूद अब्बासी मिसाइलों के परीक्षण के वक्त मौजूद थे। बयान के मुताबिक,जहाज को निशाना बनाने वाली मिसाइलों को समुद्र तल पर युद्धपोतों और विमानों से दागा गया।
अधिकारी ने बताया कि मिसाइल परीक्षण का सफल प्रदर्शन पाकिस्तान की नौसेना की परिचालन क्षमता और सैन्य तैयारियों का प्रमाण है। इस अवसर पर एडमिरल अब्बासी ने कहा कि पाकिस्तानी नौसेना दुश्मन के हमले का मुंहतोड़ जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है।
पिछले साल भारत सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्ते में और तनाव बढ़ा है। पाकिस्तान ने भारत के साथ राजनयिक संबंधों को खत्म कर दिया और भारतीय उच्चायुक्त को निष्कासित कर दिया। भारत ने यह कहा था कि जम्मू और कश्मीर का मामला भारत का आंतरिक मामला है और वह इसमें किसी का हस्तक्षेप नहीं चाहता है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी मुल्क भारत को हथियारों को दिखाकर डराना चाहता है लेकिन वह बोल रहा है कि इस समय विश्व महा संकट कोरोनावायरस से निपटने में जुटा हुआ है इस वक्त सबसे महत्वपूर्ण जो काम है वह अपने नागरिकों की इस महामारी से सुरक्षा करना है। पाकिस्तानी सरकार बेशक अपने देश में बैठी लेटर को नहीं जी पा पा रही है और इसके लिए अमेरिका पर निर्भर है वहीं दूसरी तरफ टी पी किट और कोरोनावायरस ट्वीट के लिए चीन पर निर्भर है लेकिन इसके बावजूद भी पाकिस्तान हथियारों का परीक्षण कर रहा है।