शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा की 68 सीटों के लिए आज वोटिंग हो रही है। सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक वोट डाले जाएंगे। वोटिंग के लिए राज्य में चुनाव आयोग ने 7884 केंद्र बनाए हैं। मैदान में कुल 412 उम्मीदवार हैं। काउंटिंग 8 दिसंबर को होगी। हिमाचल प्रदेश में कुल 5592828 वोटर हैं। इनमें 2737845 महिलाएं हैं। लाहौल स्पीति जिले के ताशीगंग में 15256 फिट की ऊंचाई पर भी पोलिंग बूथ बनाया गया है। ये सबसे ऊंचाई पर पोलिंग बूथ है। इस जगह 52 वोटर अपने अधिकार का इस्तेमाल करेंगे। हिमाचल प्रदेश में हर 5 साल में सरकार बदलने का आमतौर पर चलन है। इस बार बीजेपी इस चलन को परे खिसकाने और दोबारा फिर सत्ता हासिल करने की कोशिश में है।
हिमाचल विधानसभा चुनाव में बड़े चेहरों की बात करें, तो सीएम जयराम ठाकुर सिराज सीट से चुनावी मैदान में हैं। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज कसुम्पटी से चुनाव लड़ रहे हैं। ऊना से हिमाचल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सतपाल मैदान में हैं। पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह शिमला ग्रामीण से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। निवर्तमान विधानसभा में नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री हरोली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि, कांग्रेस के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू नादौन और कांग्रेस घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष धनीराम शांडिल ने सोलन से हाथ आजमाया है।
हिमाचल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के 61 यानी 90 फीसदी प्रत्याशी करोड़पति हैं। बीजेपी के 56 प्रत्याशी यानी 82 फीसदी करोड़पति की श्रेणी में हैं। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी AAP ने 67 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। इनमें से 35 करोड़पति हैं। बीएसपी के 53 में से 13 उम्मीदवार भी इसी श्रेणी में हैं। सीपीएम के 4 प्रत्याशी करोड़पति हैं। जबकि, किस्मत आजमा रहे निर्दलीयों में 45 करोड़पति हैं। बीजेपी ने चौपाल सीट से बलबीर सिंह वर्मा को टिकट दिया है। वो सबसे ज्यादा पैसेवाले उम्मीदवार हैं। बलबीर की संपत्ति 128 करोड़ है। शिमला ग्रामीण से उतरे विक्रमादित्य सिंह की संपत्ति 101 करोड़ है। खास बात ये भी है कि 66 करोड़पति उम्मीदवार आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। ठियोग सीट से सीपीएम के राकेश सिंघा पर 30 केस हैं। शिमला की कुसुमापति सीट से सीपीएम के ही कुलदीप सिंह तंवर पर 20 और विक्रमादित्य सिंह पर 11 आपराधिक मामले हैं।