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Gyanvapi Masjid: ‘मैं कोर्ट का धन्यवाद करता हूं, क्योंकि…!’, जन्मभूमि के मुख्य पुजारी का ज्ञानवापी पर बड़ा बयान, जानें क्या कहा?

Gyanvapi Masjid:: सर्वे करने का आदेश देने के लिए मैं कोर्ट को धन्यवाद देता हूं। सर्वे से मंदिर का स्वरूप स्पष्ट हो जाएगा। ऐसे में आप एएसआई की रिपोर्ट की अहमियत का अंदाजा आसानी से लगा सकते हैं। हिंदू पक्ष के अधिवक्ता ने मीडिया को बताया कि इस सर्वे में 3 से 6 महीने में पूरा होगा। यह सर्वे तीन चरणों में पूरा होगा।

नई दिल्ली। वाराणसी जिला अदालत के जज अजय कुमार विश्वेश ने ज्ञानवापी मस्जिद का एएसआई सर्वे कराने की मंजूरी दे दी है। इस मामले में पहले गत 14 जुलाई को भी सुनवाई हुई थी। तब कोर्ट ने इस पर फैसला सुरक्षित रख लिया था, लेकिन आज कोर्ट ने सुनवाई पूरी करने के बाद वैज्ञानिक सर्वे कराने की मंजूरी दे दी है। बता दें कि अब मंजूरी के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि विवादित स्थल पर मंदिर था मस्जिद। हालांकि, इससे पहले भी एएसआई का सर्वेक्षण हुआ था, जिसमें शिवलिंग होने की बात सामने आई थी, लेकिन मुस्लिम पक्षों ने इसे फव्वारा बताया था, जिसका इस्तेमाल नमाज अदा करने से पहले वजू करने के लिए नमाजियों द्वारा किया जाता था।

वहीं, अब एएसआई के सर्वे की मंजूरी मिलने के बाद हिंदू पक्षों में खुशी का माहौल है। ध्यान दें कि ज्ञानवापी मामले में एएसआई सर्वेक्षण की अहमियत का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि राम मंदिर मामले को लेकर भी फैसला सुप्रीम कोर्ट ने एएसआई सर्वे के आधार पर ही दिया था। एएसआई ने बाबरी मस्जिद का सर्वेक्षण किया था, जिसमें वहां मंदिर होने की पुष्टि हुई थी, जिसके  आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसला सुनाया था।वहीं, अब इस संदर्भ में राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बयान जारी किया है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि ASI ने ही रामजन्मभूमि की खुदाई कर प्रमाणित किया था कि वहां मंदिर था जिसे तोड़कर मस्जिद बनाई गई। अब ASI को ज्ञानवापी का सर्वे करने के लिए दिया गया है, वहां भी ऐसा ही होगा।

सर्वे करने का आदेश देने के लिए मैं कोर्ट को धन्यवाद देता हूं। सर्वे से मंदिर का स्वरूप स्पष्ट हो जाएगा। ऐसे में आप एएसआई की रिपोर्ट की अहमियत का अंदाजा आसानी से लगा सकते हैं। हिंदू पक्ष के अधिवक्ता ने मीडिया को बताया कि इस सर्वे में 3 से 6 महीने लग सकते हैं। यह सर्वे तीन चरणों में पूरा होगा। सर्वे के माध्यम से ही साफ हो पाएगा कि मस्जिद में मंदिर है या मस्जिद।