नई दिल्ली। हाथरस मामले को लेकर तमाम राजनीतिक दलों में दलित प्रेमी और उनके हितैषी होने की होड़ लगी हुई है। योगी सरकार में विरोधी दल हाथरस जाने की होड़ लगे हुए हैं और पीड़िता के परिवार से मिलने का क्रम जारी है। इसमें कांग्रेस के राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’ भी शामिल हैं। इन लोगों की राजनीति को लेकर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने जोरदार पलटवार करते हुए इसे राजनीतिक ड्रामाृ बताया है। मायावती ने कहा है कि, अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए कई दल, संगठन राजनीतिक ड्रामा कर रहे हैं, इन्हें दलितों के प्रति कोई लगाव नहीं है। उन्होंने कहा कि, “विरोधी पार्टियां अपने राजनीतिक स्वार्थ और फायदे के लिए इन वर्गों पर और इनकी बहन-बेटियों पर कोई भी ज़ुल्म-ज़्यादती आदि होने पर खूब राजनीतिक ड्रामा करती हैं।”
इसके पहले उन्होंने कहा कि, “बाबा साहब के मिशन के नाम पर विरोधियों के इशारे पर बने अनेकों संगठन और पार्टियां बसपा के मूवमेंट को कमज़ोर करने के लिए हैं..इनके पास धन बसपा की तरह अपने लोगों से नहीं आता है। ये हमारे लोगों को गुमराह करते रहते हैं कि बसपा तो आए दिन चंदा ही इकट्ठा करती रहती है।”
#WATCH | विरोधी पार्टियां अपने राजनीतिक स्वार्थ और फायदे के लिए इन वर्गों पर और इनकी बहन-बेटियों पर कोई भी ज़ुल्म-ज़्यादती आदि होने पर खूब राजनीतिक ड्रामा करती हैं: बसपा प्रमुख मायावती pic.twitter.com/FgLlunzjeM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 9, 2020
बता दें कि हाथरस मामले को लेकर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंचे थे। वहीं भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण भी पीड़िता के परिवार से गए थे। माना जा रहा है कि इन्हीं सबके चलते मायावती ने अपने वोट बैंक की चिंता में करारा पलटवार किया है। उन्होंने दलति हितैषी बनने वाले दलों को एक वीडियो जारी कर जवाब दिया है।